*भावी मुख्यमंत्री की* *जाँच परख*
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किसी नेता को जाँचने के दो तरीके हो सकते हैं
1. पृष्ठभूमि 2. अग्रभूमि
उत्तर प्रदेश में पिछले चुनाव 2017 में 20 प्रतिशत से अधिक वोट पाने वाली तीन पार्टियां थीं।
1.भाजपा 2.बसपा 3.सपा
इन तीनों के नेताओं की पृष्ठभूमि व अग्रभूमि चेक करते हैं।विकास कम या ज्यादा सभी करते हैं।पर यहां देखना है कि सरकारी पैसे से इन्होंने अपना व अपने परिवार का कितना विकास किया।पहले सपा व बसपा की बात कर लें।
*मायावती* राजनीति में आने से पहले इनका परिवार अत्यंत सामान्य था।पिता पोस्ट ऑफिस में क्लर्क थे।आज अकूत सम्पति की मालकिन हैं।कहाँ से आई? क्या कोई उद्योग लगाया? नाते रिशतेदारों ने भी करोड़ो कमा लिये।इनके भाई आनन्द पर आय से अत्यधिक सम्पति अर्जित रखने का आरोप है।अंबेडकर व काशीराम का नाम जपने वाली पार्टी में परिवारवाद, भाई-भतीजावाद,लूट क्यों?
*अखिलेश* मुलायम सिंह शिक्षक थे।परिवार अत्यंत सामान्य था।कहाँ से इतनी सम्पति आई?अनेक लोगों का कहना है कि लंदन में भी उनका घर है।क्या कोई उद्योग चलाया?रिश्तेदारों के रिश्तेदारों ने भी करोड़ों कमा लिया।लोहिया की विरासत पर दावा ठोकने वाली पार्टी में परिवार केंद्रित,भाई भतीजावाद,लूट क्यों?
*योगी आदित्यनाथ* नाथ सम्प्रदाय के प्रमुख।सैकड़ों मठ मंदिर गोरक्ष पीठ द्वारा चलाये जाते हैं।पांच बार के सांसद (19 वर्ष)और पांच साल से मुख्यमंत्री रहने के बावजूद भर्ष्टाचार का कोई आरोप नहीं।
*प्रशासन* किसका कैसा प्रशासन रहा, इस पर मतांतर हो सकता है।पर कौन कितना समय दे रहा है,यह तथ्यपरक है! मायावती ऑफिस बहुत कम जाती थीं।अखिलेश 12 बजे पहुँचते थे।योगी 7 बजे सुबह से ही अधिकारियों को निर्देश देने लगते हैं।
👉इसी प्रकार राज्य सभा में मायावती बहुत कम जातीं थी।अखिलेश की वर्तमान लोकसभा में उपस्थिति मात्र 37% है जबकि उ.प्र. के अन्य सांसदों की औसत उपस्थिति 84%है।योगी 19 साल लोक सभा के सदस्य रहे और उनकी उपस्थिति 95% से ऊपर रही।
👉अब अग्रभूमि जांच लें।कौन किसलिये राजनीति कर रहा है।जिन्होंने अभी तक प्रदेश के संसाधनों को लूटा है वो आगे भी लूटेंगे।वे और उनके नाते रिश्तेदार बिना कुछ किये लूट से और अधिक सम्पन्न बन जायेंगे| योगी जी का भाई सेना में तैनात होकर कश्मीर में देश की सीमा को सुरक्षित कर रहा है। एक भाई गांव के विद्यालय में शिक्षक है।बहन एक छोटी सी चाय की दुकान चला रही है।सभी परिजन संघर्षरत हैं और तड़क भड़क से दूर रहकर आम जीवन बिता रहे हैं।जरा चेक कर लीजिये अन्य दो नेताओं के भाई-बहन क्या कर रहे हैं।क्या वे प्रदेश के संसाधनों को लूटकर ऐशो आराम की जिंदगी नहीं गुजार रहे हैं।अखिलेश के भाई करोड़ों की लैम्बोर्गिनी में चलते हैं।मायावती के भतीजे विदेश में पड़ते हैं।अन्य दो नेताओं का फुल टाइम पेशा राजनीति है।वो अगर इससे धन दोहन नहीं करते हैं तो अधिक समय तक उनका महाराजाओं की तरह रहन सहन नहीं चल पायेगा।अगर दो तीन चुनाव हार गये तो समाप्त हो जायेंगे।अगर बाबा हार भी जाते हैं तो भी वह बीच गोरखपुर में52एकड़ में फैले विशाल मठ मंदिर के महाराज जी ही रहेंगे।यहीं से पूरे भारत में नाथ संप्रदाय में फैले मठ मंदिरों का संचालन करेंगे।वे फिर एक बार कई हजार छात्रों व कर्मचारियों वाले,40 से अधिक शैक्षिक,चिकित्सा संबंधी और सामाजिक संस्थानों का गोरखनाथ मठ से संचालन प्रारम्भ कर देंगे।अतएव उन्हें खोने को कुछ नहीं है।(जबकि अन्य दोनों जनता के धन की लूट;से धनवान बने हैं।)सन्यास धारण कर परिवार पहले ही त्याग चुके हैं।अधिकांश भौतिक सुविधाओं को तज चुके हैं।एक जैसा वस्त्र धारण करते हैं।याद है मुख्यमंत्री आवास में आते ही उन्होंने वहां के सारे ए.सी. हटवा दिए थे।आपको जनता मुख्यमंत्री क्यों चुने ? क्या मुख्यमंत्री पद व्यक्तिगत धन,विलासिता के साधन इकट्ठा करने, परिवार को सेटल करने का माध्यम है या फिर राज्य के लोगों की सेवा करने और उनके जीवन को बेहतर करने का साधन है। हमें लगता है कि प्रदेश को अच्छा नेता मिलना भी बड़े भाग्य की बात होती है (जैसे बिहार को 10 साल तक लालू ने रौंदा) हम सब प्रदेशवासियों का सौभाग्य है कि हमें योगी जैसा नेता मिला।हमें उनके 5साल के कार्यकाल पर गर्व है और उम्मीद भी अगले 5 साल में प्रदेश को नईं ऊचाइयों तक ले जायेंगे।
इसलिये अगले,पिछड़े,दलित,अल्पसंख्यक सारे भेदभावों को भुलाकर एक होकर प्रदेश के विकास के नये अवसरों को और बगैर किसी भेदभाव के कानून व्यवस्था व विकास को अपना अमूल्य वोट दें।
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#Yogi_Again
#हर_हिन्दू_का_दुख_दर्द_सहेंगे
#साथ_रहेंगे_और_साथ_लड़ेंगे,
#हम_हिन्दू_हैं_गर्व_से_कहेंगे_।
#जय_श्री_राम
#जय_माँ_भवानी🚩⚔️🌹
#जय_महाकाल 🔱🔥🚩🚩🚩
#सत्य_सनातन_धर्म_की_जय_हो 🚩